रायपुर, 27 जून।
विश्व प्रसिद्ध हस्तनिर्मित कालीन ब्रांड जयपुर रग्स ने शुक्रवार को रायपुर में अपने पहले स्टोर की शुरुआत की। शांति सरोवर, कचना के पास एसएस टर्निंग पॉइंट में खुला यह 3,400 वर्गफीट में फैला स्टोर सिर्फ एक शोरूम नहीं, बल्कि कला, संस्कृति और कारीगरी का जीवंत संगम है।

जयपुर रग्स के निदेशक योगेश चौधरी ने कहा कि रायपुर में स्टोर खोलना केवल एक विस्तार नहीं, बल्कि रणनीतिक निर्णय है। उन्होंने कहा, “यह स्टोर हजारों कारीगरों की आवाज़ है। हर गलीचा विरासत की एक कहानी है, जिसे हमारे कारीगरों ने अपने हाथों से बुना है।”
स्टोर में मिथोस कलेक्शन, केऑस थ्योरी, और कुंडरकमर शैली जैसे डिज़ाइनों का प्रदर्शन किया गया है, जो परंपरा और आधुनिकता का सुंदर मेल प्रस्तुत करते हैं।
ब्रांड की योजना भविष्य में रायपुर के युवाओं को कालीन बुनाई का प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की भी है।
जयपुर रग्स का सालाना वैश्विक कारोबार लगभग ₹1,170 करोड़ तक पहुँच चुका है। भारत में कंपनी की इकाई जयपुर रग्स प्रा. लि. के माध्यम से ₹300 करोड़ का व्यापार होता है।
जयपुर रग्स के संस्थापक एन.के. चौधरी ने कहा, “हमारा उद्देश्य कारीगर को केवल श्रमिक नहीं, कलाकार के रूप में पहचान दिलाना है। एक गलीचा केवल उत्पाद नहीं, बल्कि भावना, श्रम और संस्कृति का प्रतीक होता है।”

यह स्टोर पुणे के बाद भारत में कंपनी की दूसरी नई गैलरी है और यह दर्शाता है कि जयपुर रग्स न केवल हस्तशिल्प को संरक्षित करने, बल्कि लक्ज़री की परिभाषा को फिर से गढ़ने में भी अग्रणी है।