बिलासपुर। सतनामी समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में गिरफ्तार कथावाचक आशुतोष चैतन्य महाराज को जिला सत्र न्यायालय ने 11 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया। पेशी के दौरान कोर्ट परिसर में सतनामी समाज और हिंदू संगठनों के समर्थक आमने-सामने आ गए, जिससे माहौल अचानक तनावपूर्ण हो गया।
गैर-जमानती धाराओं में केस, रात में हुई थी गिरफ्तारी
तखतपुर में भागवत कथा के दौरान दिए गए आपत्तिजनक बयान के वायरल होने के बाद प्रदेशभर में विरोध तेज हो गया था। शिकायत पर तखतपुर थाना पुलिस ने कथावाचक के खिलाफ गंभीर व गैर-जमानती धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गुरुवार रात गिरफ्तार किया।
कोर्ट परिसर में जमकर हंगामा
पेशी के दौरान दोनों पक्षों के समर्थकों में
ज़ोरदार नारेबाज़ी,
गाली-गलौज,
धक्का-मुक्की,
कोर्ट परिसर में झूमाझटकी,
जैसी घटनाएं हुईं। पुलिस की मौजूदगी में ही हंगामा बढ़ता गया। हालात बिगड़ते देख पुलिस ने दोनों पक्षों को खदेड़कर परिसर खाली कराया।
वकीलों ने जताया कड़ा विरोध
न्यायालय परिसर में हुए विवाद पर जिला सत्र न्यायालय के वकीलों ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए विरोध जताया। वकीलों ने कहा कि कोर्ट परिसर में ऐसी घटनाएं न्याय व्यवस्था की गरिमा को ठेस पहुँचाती हैं।
11 दिन की न्यायिक रिमांड
अपर सत्र न्यायाधीश एवं एट्रोसिटी कोर्ट के जज लवकेश बघेल ने मामले की सुनवाई के बाद आशुतोष चैतन्य को 11 दिन की न्यायिक रिमांड में जेल भेजने का आदेश दिया।
