कोरिया / छत्तीसगढ़ कोरिया जिले के एक निजी चिकित्सालय में 30 वर्षीय महिला ने चार शिशुओं को जन्म दिया है। सामान्य प्रसव दो लड़कों व दो बच्चियों को महिला ने जन्म दिया है। बच्चों के जन्म के बाद प्रसूता महिला की स्थिति सामान्य बनी हुई है वहीं शिशुओं का कम वजन होने की वजह से उन्हे आईसीयू मे रखा गया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक डोमनहील निवासी 30 वर्षीय सियामती को शुक्रवार को तकरीबन साढे चार बजे प्रसव वेदना होने पर उसे वहीं के रहने वाली मितानीत बेबी सिंह व गर्भवती महिला के परिजनों द्वारा बैकुण्ठपुर के एक निजी अस्पताल मे लाकर भर्ती कराया गया था। जहां पहुंचने के कुछ देर बाद ही महिला ने पांच बजकर एक मिनट पर पहले बच्चे को जन्म दिया। इसके बाद पांच बजकर दो मिनट दूसरे, पांच बजकर चार मिनट पर तीसरे और पांच बजकर छः मिनट पर चौथे शिशु को जन्म दिया। बच्चों का वजन 1.1, 1.2, 1.4 तथा 1.5 बताया जा रहा है। निर्धारित वनज से कम होने की वजह से जन्म के बाद शिशुओं को आईसीयू मे रखा गया है। परिजनों से मिली जानकारी के मुताबिक सियामती का उपचार चिरमिरी स्थित एसईसीएल के रिजनल अस्पताल मे चल रहा था। परिजनों ने यह भी बताया कि कुछ दिनों पहले ही चिरमिरी के एक निजी सोनोग्राफी सेन्टर से महिला का सोनोग्राफी कराया गया था जिसमें गर्भ में दो शिशुओं के होने की जानकारी दी गई थी। इसके साथ ही मितानीन ने बताया कि षुक्रवार की दोपहर प्रसव पीड़ा होने की वजह से महिला को चिरमिरी के रिजनल अस्पताल मे लेजाया गया था जहां जिस महिला चिकित्सक से सियामती का उपचार चल रहा था उसके अवकाष पर रहने की वजह से उसे आनन-फानन में बैंकुण्ठपुर के निजी अस्पताल लाया गया था।
तीन बच्चे पहले भी है – कोरिया मुख्यालय बैकुंठपुर के निजी अस्पताल शर्मा नर्सिंग होम में इन चारो बच्चों ने जन्म लिया है। इन चारो बच्चों में दो लड़के है और दो लड़कियां। पहले दो लड़कियों ने जन्म लिया उसके बाद दो लड़को ने जन्म लिया, इन चारों बच्चों के जन्म में मात्र 06 मीनट ही लगे, जन्म देने वाले बच्चों के परिवार में पहले से ही तीन बच्चे थे। छः माह पहले अंबिकापुर के 5 बच्चों के जन्म के बाद कोरिया में यह पहली घटना है।
डाॅ0 राकेश शर्मा( चिकित्सक) – महिला ने चार बच्चों को जन्म दिया है। फिलहाल महिला की स्थिति सामान्य है। वहीं बच्चों को गहन चिकित्सा व निगरानी मे रखा गया है क्योंकि सभी शिशु सामान्य से कम वजन के है इस लिये मामला चिंतनीय तो है पर अभी बच्चे भी स्वस्थ है।