कोरिया / छ.ग. कोरिया जिला के भरतपुर/जनकपुर जनपद क्षेत्र के कई गावँ पर पुरुष व महिलाओं ने इस वर्ष अच्छी बारिष नही होने के वजह से भगवान इंद्र को मनाने खुश करने एक प्राचीन अजब – गजब उपाय को अपनाया है। इसे आम बोलचाल की भाषा मे टोना – टोटका भी कहा जा सकता है।
इस अजब गजब टोटके में गावँ के पुरुष व महिलाएँ भेष बदल कर मवेशी चराते है और गांव के देव स्थल ( चौरा/देवल्ला ) में जा कर पुजा करते है। जी हां आपको सुनने में यह जरूर अजब लग रहा होगा पर बिल्कुल ऐसा ही है गांव के पुरुष महिलाओं के कपड़े पहनते है और महिलाए पुरषो के कपड़े पहन कर मवेशी चराने गावँ में घूमते है और गांव के देव स्थल में पुजा करते है।
इस दौरान ग्रामीण पुरानी रीति – रिवाज के हिसाब से सबसे पहले तो भेष बदलते है और जब मवेशी चराने गावँ के गलियों में वह निकलते है तो इन्द्र देव को खुश करने गीत भी गाए जाते है और देव् स्थल पर पुजा कर भगवान से प्राथना करते है ताकि भगवान इंद्र खुश हो कर जोरदार बारिश करे जिससे इनके खेत फिर से लहलहा उठे।
ऐसा छत्तीसगढ़ के विधानसभा क्रमांक 01 भरतपुर जनकपुर में पिछले दो दिनों से लगातार एक दूसरे गांव में हो रहा है। फिलहाल तो यह अजब गजब तरीका ग्राम पंचायत माड़ी सराई, ग्राम पंचायत मिडौली, ग्राम पंचायत चडौला में देखने को मिला है। जहाँ रोज सुबह ग्रामीण घर से निकल इंद्र देव को किसी भी तरह खुश करने नित नए प्रयास कर रहे है।
आपको बता दे कि राज्य शासन द्वारा प्रदेश में हुई अल्प वर्षा के कारण खरीफ फसल 2017 की नजरी आनावारी के आधार पर 27 में से 21 जिलों की 96 तहसीलों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है। इन सूखा प्रभावित तहसीलों में छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता 1959 की धारा 144 के अंतर्गत भू-राजस्व भी माफ किया गया है। सूखा प्रभावित तहसीलों में कोरिया जिले की सभी पांचो तहसील को शामिल कर लिया गया है पर अभी भी ग्रामीणों को यकीन है कि वो इस प्राचीन अजब गजब तरीकों से भगवान इंद्र को खुश कर लेंगे और अच्छी बारिष होगी। उन्हें अब भी पुरा यकीन है कि इस तरीके से कई पिछली बार की तरह इस बार भी यह टोटका सफल होगा और अच्छी फसल से अच्छी आय होगी परिवार के ऊपर कोई विपत्ति नही आएगी।
