00 समूह की महिलाओं ने तैयार किया इमली का पैकेट
सुकमा / खबर है कि सुकमा जिले की इमली का स्वाद आप पूरे देश चखेंगे। बता दे कि जिले में इमली, मऊआ, अमचूर, टोरा जैसे वनोपज का भंडार है और जिला मुख्यालय में इमली की चटनी बड़े पैमाने पर बनाई जा रही है। जिला मुख्यालय स्थित इमली केंद्र में 22 महिलाओं की टीम इमली चटनी बनाने व पैकिंग में लगे हुए है। अब सुकमा की इमली को केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय ने हरि झंडी दे दी है।
देश मे सुकमा जिले की पहचान नक्सल मामले को लेकर होती है लेकिन अब तेजी से सुकमा की पहचान बदल रही है। क्योंकि यहां की इमली का चस्का अब पूरे देश के लोग चकेंगे। कल गांधी जयंती पर केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय सुकमा की इमली को लांच करेगा। देश के बड़े शहरों में सुकमा की इमली का टेस्ट लोग ले पाएंगे।
अब तक बेच दी 50 हजार की इमली – समूह ने अब तक करीब 50 हजार की इमली बेच दी है। और भी इमली चटनी का ऑडर है और काम चालू है। बताया जाता है कि हर रोज सेकड़ो की संख्या में इमली पैकेट बनकर तैयार हो जाते है।
गांधी जंयती पर लॉन्च – कल महात्मा गांधी जयंती है। इस मौके पर के केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय के द्वारा एक नेशन एक मार्केट कॉन्सेप्ट के तहत लॉन्च किया जा रहा है। जिसमे झारखंड की पोकर हनी शामिल है।

मेहनत रंग लाई – पिछली सरकार ने सरेंडर नक्सलियों के लिए इमली चटनी का केंद्र खोला गया था लेकिन बाद में बंद हो गया। अब मंत्री कवासी लखमा जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी व जिला प्रशासन की मेहनत रंग लाई है। जिसके कारण आज सुकमा का नाम पूरे देश मे रोशन होगा। जिले की पहचान अब बदलेगी।
