मरवाही उपचुनाव में जोगी कांग्रेस के दो विधायक देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा के कांग्रेस में समर्थन के बाद अमित जोगी धर्मजीत सिंह और रेणु जोगी ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता ली और अमित जोगी ने कहा कि देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा दोनो मेरे भाई है। मेरे पिताजी भी उनको बेटा मानते थे अगर उन्होंने मेरे पिताजी का अपमान करने वाले मोहन मरकाम और भूपेश बघेल का भाषण सुने होते तो कभी भी उनका साथ नही देते, मेरा और मेरी माँ का साथ देते।
देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा पर हमला बोलते हुए कहा कि जब भूपेश बघेल मेरे पिता जी को धूर्त निकम्मा और घमंडी कह रहे थे और जब मेरा और मेरी पत्नी का नामांकन निरस्त हुआ तब उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस क्यो नही की ? भूपेश बघेल मेरे पिता को अंतागढ़ और झीरम मामलों में झूठा फसाने को कहते रहे तब उन्होंने इसका विरोध नही किया ?
धर्मजीत सिंह ने कहा कि ये दोनों विधायक कांग्रेस के आगे पीछे 3 साल से घूम रहे है ये कांग्रेस प्रवेश कर ले हमे कोई दिक्कत नही है। जोगी कांग्रेस के नेता धर्मजीत सिंह ने भी देवव्रत सिंह और प्रमोद शर्मा को कोसते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जीते जी जोगी जी का अपमान किया उनके पुतले जलाए और इसके बाद हमने नई पार्टी बनाई प्रशासन और इस सरकार ने लगातार जोगी जी के मरणोपरांत भी उनके अंतिम संस्कार में लोगो को शामिल होने से रोका। हमारे नेता के सम्मान से कोई छेड़छाड़ करने की कोशिश करेगा हम ये कभी बर्दाश्त नही करेंगे। कोर कमेटी से बात करके भाजपा को समर्थन दिया गया है ये दोनों विधायक कोर कमेटी में भी नही है। जब जोगी परिवार मुसीबत में था तब वे दोनों नही आये थे आज सरकार के बुलावे पर आकर पार्टी के फैसले पर सवाल उठा रहे है। इनका आचरण शुरू से ही संदिग्ध था इसलिये इन्हें कोर कमेटी में नही रखा था। ये दोनो सत्ता के लोभी है, सरकार के भोपू बनकर यहां आए है।
रेणु जोगी ने कांग्रेस पर शामिल होने के सवाल पर कहा कि अजीत जोगी ने जिस पार्टी के लिए आईएएस की नॉकरी छोड़कर 32 सालों तक सेवा की और जिसके बाद कांग्रेस ने जिस प्रकार उनका अपमान किया और लगातार कर रही है मैं कदापि उस पार्टी में नही जा सकती।