नई दिल्ली / केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की अंतिम तारीख को 31 दिसंबर तक बढ़ा दिया है. आटीआर पोर्टल में आ रही दिक्कतों के कारण ये तीसरी बार है जब ITR फाइल करने की तारीख को आगे बढ़ाया गया है. इससे पहले चालू वित्त के लिए रिटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई थी, जिसे बढ़ाकर 30 सितंबर कर दिया गया था. अब सरकार ने इसे फिर से बढ़ा दिया है.
इसके अलावा टैक्स ऑडिट रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय/घरेलू लेनदेन के बारे में रिपोर्ट सबमिट करने की डेडलाइन भी 15 जनवरी 2022 तक बढ़ा दी गई है. इसे भी तीसरी बार बढ़ाया गया है. सबसे पहले रिपोर्ट सबमिट करने की डेडलाइन 30 सितंबर थी, जिसे बढ़ाकर 31 अक्टूबर किया गया. लेकिन अब अब केंद्र ने इसे फिर बढ़ाकर 15 जनवरी कर दिया है. इतना ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय/घरेलू लेनदेन के बारे में रिपोर्ट सबमिट करने की डेडलाइन को भी 30 नवंबर 2021 से बढ़ाकर 31 जनवरी 2022 कर दिया है.इंफोसिस ने तैयार किया नया पोर्टल
दरअसल, टेक्नोलॉजी कंपनी इन्फोसिस ने आईटीआर फाइल करने के लिए नया पोर्टल तैयार किया है, जिसे 7 जून को लॉन्च किया गया. पहले वेबसाइट एड्रेस incometaxindiaefiling.gov.in था, जो अब बदलकर incometax.gov.in हो गया है. लेकिन रिटर्न फाइल करने की प्रक्रिया को आसान करने के लिहाज से डिजाइन किए गए इस पोर्टल में लगातार दिक्कतें आ रही हैं. टैक्सपेयर्स लगातार इसके बारे में शिकायत कर रहे हैं. यही कारण है कि वित्त वर्ष 2021 (FY21) के लिए अब तक 8 मिलियन से अधिक ITR दाखिल किए गए हैं.
नए पोर्टल पर दी गई हैं कई सुविधाएं
Income Tax 2.0 पोर्टल में कई नए पेमेंट मेथड ऐड किए गए हैं. टैक्सपेयर इस वेबसाइट पर नेट बैंकिंग, यूपीईआई, क्रेडिट कार्ड, RTGS और NEFT से पेमेंट कर सकेंगे, पैसे सीधे उनके अकाउंट से कट जाएंगे. इसके अलावा नई साइट पर इनकम टैक्स रिटर्न की प्रोसेसिंग तेज होगी, ताकि टैक्सपेयर्स को जल्दी रिफंड मिल सके. हालांकि, लॉन्च के बाद से ही इसमें कई टेक्निकल दिक्क्तें हैं.
टैक्सपेयर्स को आ रहीं ये दिक्कतें
– इस कारण कई बार ग्राहकों को पोर्टल में लॉग इन करने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
– कई बार पोर्टल पर ‘जल्द शुरू होने’ का मेसेज शो होता रहता है.
– कई बार ग्राहकों को रिफंड पाने में भी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
– कई ग्राहकों को फॉर्म 15CA और फॉर्म 15CB अपलोड करने में समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
– कई नई कंपनियां नए पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन नहीं करा पा रही हैं.