छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले को लेकर लगातार कार्रवाई जारी है। इस मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने रायपुर के पूर्व महापौर एजाज ढेबर और उनके कुछ करीबी रिश्तेदारों को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है।
छत्तीसगढ़ में 2,000 करोड़ रुपये से अधिक के शराब घोटाले का खुलासा प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने किया था। इस घोटाले में आरोप है कि शराब बिक्री से मिली अवैध कमाई को बड़े पैमाने पर सरकारी अधिकारियों, नेताओं और व्यापारियों के बीच बांटा गया था।
जनवरी 2024 में, ED के आवेदन पर EOW-ACB ने लगभग 70 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी। ED की जांच में यह सामने आया था कि इस घोटाले में एक संगठित नेटवर्क काम कर रहा था, जिसमें कई बड़े नाम शामिल थे।
पूर्व महापौर एजाज ढेबर पर क्या आरोप?
एजाज ढेबर पर आरोप है कि उनके करीबी रिश्तेदार इस शराब घोटाले में शामिल थे और उन्होंने इस नेटवर्क को संचालित करने में मदद की। हाल ही में, EOW-ACB ने उनसे पूछताछ के लिए नोटिस भेजा, लेकिन उन्होंने नगरीय निकाय चुनाव का हवाला देते हुए छूट मांगी है। हालांकि, जांच एजेंसियों का मानना है कि पूछताछ शुरू होते ही उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
एजाज ढेबर के भाई पहले से ही हिरासत में
इस मामले में एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर को पहले ही ED ने मुख्य आरोपी मानते हुए गिरफ्तार किया था। वे वर्तमान में न्यायिक हिरासत में हैं और उन पर शराब से हुई अवैध कमाई के प्रबंधन का आरोप है।
EOW-ACB की आगे की कार्रवाई
EOW-ACB इस मामले में तेजी से जांच कर रही है। एजाज ढेबर के अलावा, कई अन्य राजनेताओं और अधिकारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है। एजेंसियां घोटाले से जुड़े वित्तीय लेन-देन की पड़ताल कर रही हैं और इस केस में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला राज्य का सबसे बड़ा आर्थिक अपराध माना जा रहा है। इस घोटाले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, इसमें कई बड़े नामों के शामिल होने की बात सामने आ रही है। एजाज ढेबर को भेजे गए नोटिस के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे की जांच किस दिशा में जाती है और क्या उन्हें भी हिरासत में लिया जाता है या नहीं।