रायपुर। छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन (CGMSC) में हुए 660 करोड़ रुपये के दवा और उपकरण खरीदी घोटाले की जांच तेज हो गई है। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) इस मामले में लगातार अधिकारियों से पूछताछ कर रहे हैं।
IAS भीम सिंह से पूछताछ जारी
मिली जानकारी के अनुसार, एसीबी/ईओडब्ल्यू ने IAS अधिकारी भीम सिंह से पूछताछ शुरू की है, जो पिछले दो घंटे से जारी है। इससे पहले, IAS चंद्रकांत वर्मा से लगभग 6 घंटे तक पूछताछ की गई थी।
ऑडिट में हुआ था घोटाले का खुलासा
CGMSC घोटाला तब सामने आया जब ऑडिट रिपोर्ट में बिना बजट आवंटन के 660 करोड़ रुपये की खरीदी का मामला उजागर हुआ। जांच में पाया गया कि पिछले दो वर्षों में जरूरत से अधिक केमिकल और उपकरण खरीदे गए, जिन्हें उन स्वास्थ्य केंद्रों में भी सप्लाई किया गया जहां उनकी आवश्यकता ही नहीं थी।
डायरेक्टर पहले ही गिरफ्तार, और अधिकारी जांच के घेरे में
इस घोटाले में CGMSC के तत्कालीन डायरेक्टर शशांक चोपड़ा को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। उनसे पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं, जिसके आधार पर जांच एजेंसियां अब स्वास्थ्य विभाग और अन्य अधिकारियों की भूमिका की भी जांच कर रही हैं।
IAS अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग
सूत्रों के मुताबिक, EOW/ACB ने राज्य सरकार से दो IAS अधिकारियों समेत CGMSC के छह अन्य अधिकारियों के खिलाफ जांच की अनुमति मांगी है।
यह घोटाला अब तक के सबसे बड़े दवा खरीदी घोटालों में से एक माना जा रहा है, और जांच एजेंसियों का कहना है कि जल्द ही और भी खुलासे हो सकते हैं।