बीजापुर। साउथ बस्तर डिविजन और पामेड़ एरिया कमिटी से जुड़े 19 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण करने वालों में 29 लाख रुपये के इनामी 10 माओवादी भी शामिल हैं। इनमें 8-8 लाख रुपये के दो दंपत्ति (पीपीसीएम और पार्टी सदस्य), 5 लाख का एक एसीएम, 2 लाख का एक AOB डिविजन के पार्टी सदस्य, और 1-1 लाख रुपये के छह नक्सली शामिल हैं।
यह नक्सली वर्ष 1995, 1996 और 2000 से संगठन में सक्रिय थे और लंबे समय से सुरक्षा बलों के निशाने पर थे। आत्मसमर्पण करने वालों में PLGA बटालियन के 2 पीसीएम, 1 एसीएम, 1 मिलीशिया प्लाटून कमांडर, 1 जनताना सरकार अध्यक्ष, 5 DAKMS अध्यक्ष, 2 मिलीशिया प्लाटून डिप्टी कमांडर, 4 जनताना सरकार सदस्य, 1 AOB डिविजन प्लाटून पार्टी सदस्य और 4 DAKMS सदस्य शामिल हैं।
सुरक्षा बलों का बढ़ता दबाव
सरकार और सुरक्षा बलों की लगातार कार्रवाई के चलते नक्सली संगठन कमजोर पड़ रहे हैं। वर्ष 2025 में अब तक 84 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं, जबकि 137 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है और 56 नक्सली मुठभेड़ में मारे गए हैं।
सरकार की पुनर्वास नीति
सरकार आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिए आर्थिक सहायता और पुनर्वास योजनाओं पर जोर दे रही है। आत्मसमर्पित नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी गई है।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बदलाव की उम्मीद
सुरक्षा बलों की रणनीति और नक्सलियों की बढ़ती हताशा को देखते हुए आने वाले समय में और भी आत्मसमर्पण की संभावना जताई जा रही है। सरकार और प्रशासन इसे विकास और शांति स्थापना की दिशा में एक बड़ा कदम मान रहे हैं।