रायपुर, 17 मार्च 2025: छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति द्वारा ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकारों और सशक्तिकरण को लेकर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला होटल सिटरस प्राइम में संपन्न हुई, जिसमें ट्रांसजेंडर एक्ट 2019 और नीति 2020 पर विस्तार से चर्चा की गई। इस कार्यशाला में रायपुर के 40 स्टेकहोल्डर्स, 20 शासकीय अधिकारी और 40 ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्य शामिल हुए।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि रायपुर लोकसभा के पूर्व सांसद रमेश बैंस ने ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के अधिकारों और नीतियों की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ट्रांसजेंडर समुदाय की मांगों को उचित सरकारी कार्यवाही के माध्यम से पूरा किया जाएगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता समाज कल्याण विभाग के उपसंचालक ने की, जबकि विशेष अतिथि राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम अधिकारी सुनीता चंसोरिया, पार्षद संजना बसोर और भाजपा मंडल महामंत्री प्रीतम महानंद रहे। छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति की अध्यक्ष विद्या राजपूत ने स्वागत भाषण देकर कार्यक्रम की शुरुआत की।
कानूनी अधिकारों और चुनौतियों पर चर्चा
कार्यशाला के दौरान छत्तीसगढ़ मितवा संकल्प समिति की सचिव रवीना बरिहा ने ट्रांसजेंडर (अधिकारों का संरक्षण) कानून 2019 और नियम 2020 पर प्रेजेंटेशन दिया। समुदाय के वक्ताओं इंशिया मिरि, आरोही और भूमि ने ट्रांस महिलाओं के सामने आने वाली सामाजिक और कानूनी चुनौतियों पर चर्चा की, जबकि ट्रांसमेन एक्टिविस्ट पापी देवनाथ और राघव ने ट्रांस पुरुषों की समस्याओं को साझा किया।
इसके अलावा, विभिन्न जिलों से आए ट्रांसजेंडर समुदाय के सदस्यों ने केस स्टडीज के माध्यम से अपनी सामाजिक और कानूनी परेशानियों को अतिथियों के समक्ष रखा। इसके जवाब में, शासकीय अधिकारियों और अन्य विशेषज्ञों ने समुदाय को सुझाव और समाधान दिए।
फैशन शो और सांस्कृतिक कार्यक्रम ने बटोरी तालियां
कार्यशाला के दूसरे सत्र में ट्रांसजेंडर प्रतिभागियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और फैशन शो का आयोजन किया गया। ट्रांसजेंडर प्रतिभागियों ने अपनी नृत्य, संगीत और अन्य कलाओं से सभी का मन मोह लिया। फैशन शो में विभिन्न थीम पर आधारित रंगीन परिधानों के साथ प्रतिभागियों ने रैंप वॉक किया, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
डेढ़ घंटे चले इस फैशन शो में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में संस्था के पूर्व कोषाध्यक्ष गोविंद सांडेकर ने धन्यवाद ज्ञापित कर कार्यक्रम का समापन किया।
समाज में ट्रांसजेंडर समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा
इस कार्यशाला के माध्यम से न केवल ट्रांसजेंडर समुदाय को उनके अधिकारों और सरकारी योजनाओं की जानकारी मिली, बल्कि समाज में उनकी स्वीकृति और भागीदारी को भी बढ़ावा मिला। आयोजकों ने कहा कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित कर ट्रांसजेंडर समुदाय को मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जाएगा।