बस्तर: बस्तर पुलिस ने बीमा के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय साइबर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के दो सदस्यों को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों ने एक सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर को फर्जी बीमा कंपनी का अधिकारी बनकर 20 लाख रुपये का चूना लगाया था।
पूरा मामला कुछ इस तरह है — गिरोह के सदस्यों ने खुद को ‘IRDR इंश्योरेंस कंपनी’ का अधिकारी बताते हुए रिटायर्ड बैंक मैनेजर आनंदराव देशमुख से संपर्क किया। उन्होंने देशमुख को उनकी बंद पड़ी इंश्योरेंस पॉलिसी का भुगतान दिलाने का झांसा दिया और अलग-अलग बैंक खातों में 20 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए।
ठगी का शक होने पर पीड़ित ने तत्काल कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए बस्तर पुलिस की विशेष टीम गठित की गई, जिसने उत्तर प्रदेश के नोएडा में तीन दिनों तक लगातार कैंप कर दोनों आरोपियों — लवकुश और राहुल कुमार को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों के पास से सात मोबाइल फोन, कई एटीएम कार्ड और अहम दस्तावेज बरामद किए हैं।
एसपी बस्तर शलभ सिन्हा ने बताया —
“यह एक सुनियोजित साइबर ठगी का मामला है, जिसमें आरोपियों ने खुद को इंश्योरेंस कंपनी का अधिकारी बताकर फर्जीवाड़ा किया। हम गिरोह के बाकी सदस्यों की भी तलाश कर रहे हैं।”
पुलिस की इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि साइबर अपराध के मामलों में अंतरराज्यीय नेटवर्क किस तरह सक्रिय है। बस्तर पुलिस की सतर्कता से एक बड़ा नेटवर्क टूटने की संभावना बन गई है।
