चार महिला और दो पुरुष नक्सलियों ने छोड़ा हिंसा का रास्ता, समाज की मुख्यधारा में लौटने का लिया संकल्प
नारायणपुर।
माड़ बचाव अभियान के तहत नारायणपुर जिले में सोमवार को एक बड़ी सफलता सामने आई, जब छह सक्रिय माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर हिंसा का रास्ता छोड़ दिया। आत्मसमर्पण करने वालों में चार महिलाएं और दो पुरुष शामिल हैं। सभी को सरकार की पुनर्वास नीति के तहत ₹50,000 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई है।
ये सभी माओवादी माड़ डिवीजन और अमदेई एरिया कमेटी से जुड़े हुए थे और लंबे समय से संगठन में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। आत्मसमर्पण करने वालों में धनाय हलामी (एरिया कमेटी सदस्य), दशमती कोवाची, सुकाय रोशनी, चैतराम, गंगू पोयाम और शारी कोवाची जैसे इनामी नक्सली शामिल हैं।
आत्मसमर्पण कार्यक्रम के दौरान बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी., नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार, बीएसएफ और आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इस अवसर पर अधिकारियों ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को बधाई देते हुए कहा कि यह माड़ बचाव अभियान की दिशा में एक अहम उपलब्धि है।
पुलिस के मुताबिक, माओवादियों ने संगठन में बढ़ती निराशा, सुरक्षा बलों की मजबूत पकड़ और सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है। पुलिस का यह भी दावा है कि वर्ष 2025 में अब तक कुल 110 माओवादी आत्मसमर्पण कर चुके हैं, और आने वाले दिनों में यह संख्या और बढ़ सकती है।