कोरबा।
मानसून की पहली बारिश ने CSEB (छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत मंडल) की लापरवाही को उजागर कर दिया है। हसदेव विद्युत संयंत्र की 500 मेगावाट यूनिट के राखड़ बांध का एक हिस्सा अचानक टूट गया, जिससे भारी मात्रा में राखड़ युक्त मलबा कटघोरा ब्लॉक के ग्राम डिंडोलभाटा में फैल गया। घटना के बाद गाँव में अफरा-तफरी मच गई, लोग अपने घर छोड़कर भागने को मजबूर हो गए।
घटनास्थल पर प्रशासन सक्रिय:
पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी और CSEB के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। गांव खाली कराने की प्रक्रिया तेज़ी से जारी है। राहत और बचाव कार्यों के लिए अमला मुस्तैदी से जुटा है।
फसलों को नुकसान, ग्रामीणों में आक्रोश:
इस हादसे में करीब 50 एकड़ से अधिक फसल राखड़ की चपेट में आ गई है, जिससे ग्रामीणों को भारी नुकसान हुआ है। प्रभावित ग्रामीण मुआवजे की मांग कर रहे हैं और विद्युत विभाग की लापरवाही पर नाराजगी जता रहे हैं।
डेम में लापरवाही की आशंका:
स्थानीय लोगों का कहना है कि डेम की मरम्मत और निगरानी में भारी लापरवाही की गई थी, जिससे यह हादसा हुआ। मानसून की पहली बारिश में ही बांध का फटना चिंता का विषय बन गया है।
फिलहाल जनहानि नहीं:
अब तक किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है, लेकिन राखड़ का फैलाव ग्रामीणों के लिए गंभीर स्वास्थ्य और पर्यावरणीय खतरा बन सकता है।