नई टिहरी। हिमाचल प्रदेश के चंबा क्षेत्र के लोग आजकल काफी मायूस हैं। दरअसल, उन्हें जो शादी के निमंत्रण मिल रहे हैं, उन कार्डों के ऊपर विशेष तौर पर लिखा हुआ होता है, ‘नो कॉकटेल पार्टी’।
हिमाचल के चंबा क्षेत्र के गांवों की महिलाओं ने शराब के खिलाफ यह अनूठी मुहिम चलाई है। महिला मंगल दलों के दबाव में अब लोग शादी-ब्याह के कार्ड में इस तरह का संदेश छपवाने लगे हैं। मंगल दलों का दावा है कि अब तक चालीस से ज्यादा ऐसी शादियां वे करा चुके हैं। चंबा क्षेत्र के दस गांवों की 104 महिला संगठनों से जुड़ी महिलाओं ने मेहंदी की रस्म के दौरान शराब परोसने की परंपरा के विरोध का बीड़ा उठाया। महिलाओं को ऐसा करने के लिए प्रेरित करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सुशील बहुगुणा बताते हैं कि शादी में नशे के खिलाफ यह मुहिम सन 2000 में शुरू हुई। इसके लिए गांवों में 104 महिला मंगल दलों का गठन किया।
इन गांवों में सफल हुई मुहिम – चंबा ब्लॉक के तुंगोली, सनगांव, जगेठी, दिखोलगांव, स्यूंटा, चंबा, कल्टाडी, साबली, थान, जगधारगांव, कैंच्छू, भंडारगांव, कोट, हडम आदि में 40 शादी शराबरहित शादियां हो चुकी हैं।
शराब के बदले जूस – बहुगुणा बताते हैं कि महिलाओं ने शराब परोसने के स्थान पर लडक़ी की शादी में सभी मेहमानों को एक समय का टीका और लडक़े की शादी में बीस लीटर बुरांश का जूस परोसने का बीड़ा उठा रखा है। क्षेत्र में अब तक 40 से अधिक शादियां ऐसी हो चुकी हैं, जिनमें शराब नहीं परोसी गई। शादियों में शराब की जगह बुरांश का जूस परोसा गया। महिलाओं के दबाव में लोग बकायदा अब शादी के कार्ड के ऊपर भाग में मोटे अक्षरों में यह लिखवाने लगे हैं — शादी में कॉकटेल पार्टी नहीं होगी।
साभार – khaskhabar