** आज फिर औंधे मुंह गिरा भारतीय शेयर बाजार
** कुछ ही सेकंडो में निवेशको के 5 लाख करोड़ हुये स्वाहा
** मोदी और जेटली ने निवेशकों को पहुंचाया नुकसान
** बजट ने देश की अर्थव्यवस्था की विश्वसनीयता को आहत किया
** जनता करेगी हिसाब – अब आम चुनाव में एक साल ही बचा है
रायपुर / नोटबंदी और जीएसटी के बाद मोदी सरकार ने 2019 के बजट को भारतीय अर्थव्यवस्थाओं और व्यापार जगत के लिये तीसरा बड़ा झटका निरूपित करते हुये संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि शेयर बाजार की यह गिरावट लगातार आज भी जारी रही है। मंगलवार को शेयर बाजार ही कुछ सेकंड के अंदर ही निवेशकों के 5 लाख करोड़ स्वाहा हो गये। सेंसेक्स की शुरूआत 1274 अंको की गिरावट के साथ हुयी। आम बजट में लांग टर्म कैपिटल गेन्स टेक्स की फिर से लागू करने की घोषणा के बाद ही से शेयर बाजार लगातार गिरावट पर है। इस गिरावट से छोटे निवेशक खासकर जीवन भर की बचत शेयर बाजार में लगाने वाले सेवा निवृत्त कर्मचारी गृहणियां और नौकरी पेशा लोग बुरी तरह से प्रभावित हुये है। शेयर बाजार की पहले दिन की गिरावट आज भी जारी रहने को भारतीय अर्थव्यवस्था के लिये बेहद बुरा संकेत है।
शेयर बाजार ने मोदी सरकार के बजट को लगातार खारिज कर दिया है। मोदी सरकार के बजट ने भारत की अर्थव्यवस्था की विश्वसनीयता को आहत किया है। यह देश का सौभाग्य है कि आम चुनाव सिर्फ एक साल दूर है। मोदी आपदा से एक साल बाद ही देश को छुटकारा आम चुनावों में ही मिल सकेगा। मोदी के बजट के बाद पहले ही दिन शेयर बाजार में निवेशको में 4.7 लाख करोड़ टूटे। सेंसेक्स 840 अंक और निफ्टी 256 अंक टूट गया। भारतीय शेयर बाजार का कैपिटलाइजेशन 4.7 लाख करोड़ गिरकर 148.4 लाख करोड़ ही रह गया। यह शेयर बाजार की मोदी काल में सबसे बड़ी गिरावट है। पहले दिन छत्तीसगढ़ के निवशको को 450 करोड़ रूपये का नुकसान हुआ जो आज 600 करोड़ भी पार कर गया। लांग टर्म कैपिटल गेन्स पर 10 प्रतिशत के करा रोपण के मोदी सरकार के कदम का कांग्रेस ने पुरजोर विरोध किया है।
