रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संदीप शर्मा ने महादेव एप घोटाले को लेकर लोकसभा में भाजपा सांसद संतोष पांडेय के संबोधन के परिप्रेक्ष्य में साक्ष्य प्रस्तुत करने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के समक्ष याचिका पेश किए जाने को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कोरा राजनीतिक प्रपंच बताया है। शर्मा ने कहा कि सत्ता से बेदखल होने और राजनांदगाँव में करारी हार के बाद कांग्रेस में अलग-थलग पड़ चुके बघेल की नियति ही यही हो गई है कि अखबारी सुर्खियों में खुद को बनाए रखने के लिए वह अब इस तरह का पाखंड रचकर बीच-बीच में रोना-धोना मचाते रहें।
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता शर्मा ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री बघेल का लोकसभा अध्यक्ष बिरला के समक्ष याचिका पेश करना केवल सियासी ड्रामा है और इस तरह की ड्रामेबाजी करके झूठ की राजनीति करने के बघेल माहिर खिलाड़ी हैं। भूपेश सरकार के कार्यकाल में इतने घोटाले और भ्रष्टाचार हुए हैं कि प्रदेश की जनता कराह उठी थी। डीएमएफ घोटाला, राशन घोटाला, शराब घोटाला, कोल घोटाला, महादेव सट्टा एप घोटाला हुआ। रेत, जमीन, पीएससी, गोबर, गौठान जैसे जाने कितने घोटाले भूपेश बघेल के कार्यकाल में हुए हैं और तत्कालीन मुख्यमंत्री होने के नाते वह इस प्रकार की सियासी लफ्फाजियाँ करके अपनी जवाबदेही से नहीं बच सकते। शर्मा ने कहा कि सांसद पांडेय के संसद में दिए गए संबोधन को लेकर प्रलाप कर रहे बघेल में अगर हिम्मत है तो अपनी उपसचिव रही सौम्या चौरसिया के बारे में बोलकर दिखाएँ जो पिछले डेढ़ साल से ज्यादा समय से जेल में बंद है और जिसकी जमानत याचिका बार-बार खारिज हो रही है। बघेल को इस बात पर लज्जा कब महसूस होगी कि सौम्या द्वारा बार-बार याचिका लगाने पर अदालत ने सौम्या पर जुर्माना तक ठोका है। शर्मा ने कहा कि इस मुद्दे पर बघेल की जुबान पर ताला लगा हुआ है। बघेल सौम्या को लेकर चुप क्यों बैठे हुए हैं जबकि मुख्यमंत्री रहते हुए वह सौम्या के वकील बने फिर रहे थे और कह रहे थे कि सौम्या के साथ गलत हो रहा है। बघेल तब यह भी दावा कर रहे थे कि कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है, कोई शराब घोटाला नहीं हुआ है।