रायपुर। वर्ल्ड कैंसर डे के अवसर पर संजीवनी कैंसर केयर फाउंडेशन और रोटरी रायपुर द्वारा एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में शहर के वरिष्ठ कैंसर विशेषज्ञों ने नागरिकों को कैंसर के शुरुआती लक्षणों, रोकथाम, आधुनिक उपचार विधियों और पेलिएटिव केयर के महत्व के बारे में जानकारी दी।
डॉ. अर्पण चतुर्मोहता (वरिष्ठ कैंसर सर्जन) ने कैंसर की जल्द पहचान और नियमित जांच की आवश्यकता पर जोर देते हुए बताया कि शुरुआती अवस्था में उपचार कराने से मरीजों की जीवन प्रत्याशा बढ़ाई जा सकती है। उन्होंने सर्जरी में नई तकनीकों के लाभों पर भी प्रकाश डाला।
डॉ. दिवाकर पांडेय (वरिष्ठ कैंसर सर्जन) ने स्वस्थ जीवनशैली को कैंसर की रोकथाम का सबसे बड़ा उपाय बताया। उन्होंने कहा कि धूम्रपान और तंबाकू का सेवन छोड़ना, संतुलित आहार लेना और नियमित व्यायाम करना कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर सकता है।
डॉ. राकेश मिश्रा (वरिष्ठ मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट) ने कैंसर के आधुनिक उपचारों जैसे इम्यूनोथेरेपी और टार्गेटेड थेरेपी की भूमिका पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि इन नई विधियों से कैंसर के मरीजों को बेहतर इलाज मिल रहा है और इससे उनके जीवन की गुणवत्ता भी बढ़ रही है।
डॉ. विवेक पटेल (वरिष्ठ कैंसर सर्जन) ने मल्टी-डिसिप्लिनरी अप्रोच को कारगर बताया। उन्होंने कहा कि जब सर्जन, ऑन्कोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट और अन्य विशेषज्ञ मिलकर मरीज का इलाज करते हैं, तो उपचार अधिक प्रभावी होता है।
डॉ. कल्याण पांडेय (वरिष्ठ कैंसर सर्जन) ने कैंसर से जुड़े मिथकों पर चर्चा करते हुए कहा कि कई लोग भ्रांतियों और डर के कारण इलाज में देरी कर देते हैं, जिससे बीमारी बढ़ जाती है। उन्होंने जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया ताकि लोग समय पर सही इलाज करा सकें।
डॉ. अविनाश तिवारी (पेन एंड पेलिएटिव मेडिसिन विशेषज्ञ) ने पेलिएटिव केयर के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि कैंसर मरीजों की शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक देखभाल जरूरी है, जिससे उनकी जीवन गुणवत्ता में सुधार लाया जा सकता है।

कार्यक्रम के अंत में इंटरएक्टिव सत्र आयोजित किया गया, जहां विशेषज्ञों ने नागरिकों के सवालों के जवाब दिए और नियमित स्वास्थ्य जांच कराने की अपील की। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि कैंसर से डरने की नहीं, बल्कि जागरूक होकर समय पर निदान और सही उपचार कराने की जरूरत है।